5 Simple Statements About Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Explained
इसे repeat करते हुए नया भाव जोड़ें – “मैं सुरक्षित हूं”
आपको खुद पर इतना भरोसा होना चाहिए की आप किसी भी समस्या से निपटने में काबिल हैं. आप कमजोर नहीं हैं, डर आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता.
तो इसके लिए हमें अपने आपमें कुछ बदलाव करने होंगे. हमारे रहन सहन और दिनचर्या और आदतों पर पर ध्यान देना होगा और कुछ नए फैसले लेने होंगे.
अपनी कल्पना का प्रयोग शांत होने के लिए करें, खुद को डराने के लिए नहीं।
ऐसा लगना, जैसे आप बेहोश हो जाएंगे या मर जाएंगे
यहां एक बात समझने लायक है कि डर का वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है मगर खतरा, खतरे का होना वास्तविक है। उदाहरण के लिए यदि आप जंगल में फस जाते हैं वहां जंगली जानवर आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं यह बिल्कुल सत्य है लेकिन किसी जानवर ने अभी तक आपको नुकसान नहीं पहुंचाया यह भी सच्च हैं इसलिए अपने डर और खतरे में फर्क करना जरूर सीखें
अक्सर हमारा डर समाज की अपेक्षाओं और जजमेंट से जुड़ा होता है। “लोग क्या कहेंगे?” इस एक सवाल ने हजारों सपने रोक दिए।
क्या आप केवल इस वजह से दूसरे राज्य/देश में रहने वाले अपने फैमिली मेम्बर से मिलने नहीं जाते, क्योंकि वहाँ जाने के लिए आपको प्लेन से सफर करना होता है? पता करें कि आपके विचारों और व्यवहार पर भय का कितना प्रभाव पड़ता है।
ज्यादा डर लगने से होता यह हैं मन में ऐसे विचार और घटनाएं आने लगती हैं, मन ऐसी घटनाओं की कलपना करने लगता हैं जो वास्तव में Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana घटित ही नहीं हुईं होती हैं। यहीं डर लगने का मूल और असली कारण होता हैं अर्थात् डर लगने से आप और डरते हैं।
डर क्या है और क्यों लगता है – लोगों में किस किस तरह का डर होता है
मतलब जिस चीज़ से आपको डर लगता है उसके आस पास रहने से या उसके साथ समय बिताने से कुछ ही समय में डर दूर भाग जाता है.
किसी भी दर्दनाक घटना पर चिंतन करें: यदि आप एक कार दुर्घटना का शिकार हुए हैं, तो कार चलाना आपको डरा सकता है, या शायद आप ड्राइविंग से बचना शुरू कर देते हैं। या शायद अपने घर आते समय आपके साथ लूट की घटना हुई और इसलिए वापिस घर तक वॉक करके आने का विचार आपको घबराहट देता है। ऐसे कई तरीके हैं जिनसे भय विकसित होता है, और किसी पिछले दर्दनाक पल को भूलना स्वाभाविक है।
अपने छोटे लक्ष्य पूरे करें – रोज़ाना की जीतें आपको मजबूत बनाती हैं।
थोड़ा समय ले, क्योंकी जब आप भय और चिंताओं के विचार में फंसे होते हैं तो सोचने – विचारने की शक्ति चली जाती हैं।